प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने देश की मिडिल क्लास परिवारों से संबंध रखने वाली बालिकाओं को भविष्य में आने वाली आर्थिक समस्याओं से बचाने के लिए ‘सुकन्या समृद्धि योजना’ शुरू की गई है। यह योजना के तहत बालिका के माता-पिता के द्वारा उसकी 10 वर्ष पूरी होने से पहले खोले जाने वाले निवेश खाते में न्यूनतम 250 रुपए और अधिकतम 1.5 लाख रुपए प्रतिमाह निवेश किया जा सकता है। अगर आप भी 2023 के लिए अपनी बालिका के लिए सुकन्या समृद्धि योजना का लाभ उठाना चाहते हैं, तो हमारे इस लेख को अंत तक अवश्य पढ़ें।
सुकन्या समृद्धि योजना क्या है – SSY Scheme
सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) एक निवेश बचत योजना है जो केंद्र सरकार द्वारा चलाई जाती है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य देश की 10 वर्ष से कम आयु की बालिकाओं के माता-पिता को उनके भविष्य को सुरक्षित करने हेतु निवेश करने के लिए आकर्षित करना है। इस योजना का एक अन्य उद्देश्य बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना का भी है।
इस योजना के तहत माता-पिता द्वारा बालिकाओं के नाम एक निवेश खाता खोला जाता है जो 21 साल या 18 साल की आयु के बाद उनकी शादी तक संचालित किया जाता है। इस खाते में 15 साल तक निवेश करना अनिवार्य है।
सत्र 2022-23 के लिए इस खाते पर निवेश की गई धनराशि पर 7.6% की ब्याज दर प्रदान की जाएगी और साथ ही इस योजना के तहत 1 साल में अधिकतम 1.5 लाख रुपए निवेश करने पर आयकर अधिनियम 1961 की धारा 80C के तहत टैक्स में छूट भी प्रदान की जाएगी।
PNB द्वारा भी दिया जाएगा सुकन्या समृद्धि योजना का लाभ
PNB ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट के माध्यम से सूचित किया है कि अब सुकन्या समृद्धि योजना के माध्यम से 10 साल से कम आयु वाली बालिकाएं PNB में सुकन्या खाता खोलकर न्यूनतम 250 रुपये से अधिकतम 1.5 लाख तक वित्तीय वर्ष में जमा कर सकती हैं। जिस पर आयकर लाभ में 80% के तहत छूट का फायदा मिलेगा। साथ ही सालाना आकर्षक दर से ब्याज मिलेगा। PNB ने “नवरात्रि, लीजिए एक कदम अपनी बेटी के सुरक्षित भविष्य की तरफ” टैगलाइन के साथ यह सूचना दी है।
इस नवरात्रि, लीजिए एक कदम अपनी बेटी के सुरक्षित भविष्य की तरफ, PNB के संग
Sukanya Samriddhi Yojana 2023 Overview
योजना का नाम | सुकन्या समृद्धि योजना |
शुरू की गई | केंद्र सरकार द्वारा |
लाभार्थी | देश की 10 वर्ष की आयु से कम की बालिकाएं |
उद्देश्य | बालिकाओं को भविष्य मे होने वाले आर्थिक समस्या से बचाना |
साल | 2023 |
सुकन्या समृद्धि योजना SSY 2023 के तहत निर्धारित निवेश सीमा
खाताधारक इस योजना के तहत 1 साल में न्यूनतम 250 रुपए और अधिकतम 1.5 लाख रुपए तक जमा कर सकता है। यह राशि खाताधारक को 15 साल तक जमा करनी जरूरी है। यदि आपकी कन्या 8 साल की है तो आपको 23 साल तक इस खाते में न्यूनतम निवेश राशि जमा करनी अनिवार्य है। इसके बाद आपको निवेश राशि पर परिपक्वता अवधि तक ब्याज मिलता रहेगा।
बालिका 18 वर्ष की आयु पूरी होने पर निकाल सकती है 50% निवेश राशि
इस योजना के तहत खोले गए खाते पर 15 साल तक निवेश करना अनिवार्य है। लेकिन कन्या 18 वर्ष की आयु पूरी हो जाने के बाद या दसवीं कक्षा पास करने के बाद अपनी पढ़ाई करने के लिए सुकन्या समृद्धि योजना खाते से 50% धनराशि निकाल सकती है। यह धनराशि कन्या या माता पिता/कानूनी अभिभावक द्वारा एक साथ या किस्तों में निकाली जा सकती है। परंतु 1 वर्ष में एक ही बार ही और अधिकतम 5 सालों तक किस्त में धनराशि निकाली जा सकते हैं।
Sukanya Samriddhi Yojana 2023 टैक्स फ्री
भारत सरकार द्वारा Samriddhi Yojana 2023 को टैक्स फ्री रखा गया है। इस योजना के तहत आयकर अधिनियम 1961 की धारा 80C के तहत 1.5 लाख रुपए तक निवेश की गई राशि पर कोई टैक्स नहीं लगाया जाता है। इस योजना के तहत निवेश की गई राशि एवं उस पर अर्जित ब्याज के साथ-साथ परिपक्वता राशि पर भी कोई टैक्स नहीं लगता है। यह योजना खाताधारक की बचत को सुरक्षित रखने के साथ-साथ उन्हें टैक्स से भी बचाती है।
अब 7.6% की दर से SSY खाते पर प्रदान किया जाता है ब्याज
निवेशकों को इस योजना के तहत पहले निवेश राशि पर 8.4% की दर से ब्याज प्रदान किया जाता था। लेकिन अब 7.6% की दर से ब्याज प्रदान किया जाता है और साथ ही यह ब्याज की राशि कर मुक्त भी होती हैं। इस योजना के तहत निवेशक के पैसे 9 वर्ष 4 माह में दुगने हो जाते हैं। अगर Sukanya Scheme के तहत निवेशक प्रतिदिन ₹100 के हिसाब से निवेश करता हैं तो उसे परिपक्वता अवधि पर 1500000 रुपए का फंड प्राप्त होंगे। ऐसे ही अगर निवेशक प्रतिदिन के हिसाब से ₹416 का निवेश करता है तो परिपक्वति अवधि पर 65000000 रुपए का फंड प्राप्त होगा।
सुकन्या समृद्धि योजना के तहत निवेश खाते की परिपक्वता अवधि
इस योजना के तहत जो निवेश खाता खोला जाता है उसकी परिपक्वता अवधि बालिका के 21 साल के पूरे हो जाने पर या 18 साल की आयु के बाद उसकी शादी हो जाने तक होती हैं। लेकिन दोनों स्थितियों में इस खाते में निवेश खाता खोलने की तिथि से 15 साल की अवधि तक किया हुआ होना चाहिए। उसके बाद अकाउंट में परिपक्वता तक ब्याज मिलता रहेगा। चाहे आप खाते में कोई डिपाजिट करें या ना करें।
SSY खाता किन परिस्थितियों में परिपक्वता अवधि से पहले बंद किया जा सकता है
- 18 साल की आयु हो जाने पर शादी के लिए- लाभार्थी बालिका द्वारा 18 साल की आयु हो जाने के बाद अपनी शादी के खर्च के लिए SSY खाते को परिपक्वता अवधि से पहले बंद किया जा सकता है।
- खाताधारक की आकस्मिक मृत्यु होने की स्थिति में- अगर बालिका की अकास्मिक मृत्यु हो जाती हैं तो इस स्थिति में माता-पिता या कानूनी अभिभावक Sukanya Samriddhi Scheme खाते से जमा राशि और उस पर अर्जित ब्याज निकाल सकते हैं। यह राशि निकालने के लिए माता-पिता या कानूनी अभिभावक द्वारा खाताधारक की मृत्यु हो जाने से जुड़े संबंधित अधिकारी द्वारा वेरीफाई हुए दस्तावेजों को जमा करना होगा। इसके बाद तुरंत माता-पिता या कानूनी अभिभावक के खाते में यह धनराशि हस्तांतरित कर दी जाएगी।
- आर्थिक रूप से खाता जारी रखने असमर्थ होने पर– बालिका के माता-पिता आर्थिक रूप से खाता जारी रखने में असमर्थ होते हैं तो इस स्थिति में वह खाते को बंद कर सकते हैं। लेकिन इसके लिए उन्हें संबंधित अधिकारी से अनुमति लेनी अनिवार्य है।
Note– केंद्र सरकार ने ऐसे कोई भी निर्देश नहीं दिए है कि यदि माता-पिता खाते में निवेश करने में समर्थनहीं है तो वह खाते को समय से पहले बंद कर सकते हैं।
SSY Interest Rate– सुकन्या समृद्धि योजना के तहत निर्धारित ब्याज दरें
वित्तीय सत्र् | निर्धारित ब्याज दरें |
अप्रैल से जून 2022 (पहली तिमाही, वित्तीय सत्र् 2022-23) | 7.6% |
जनवरी से मार्च 2022 तक (चौथी तिमाही, वित्तीय सत्र् 2021-22) | 7.6% |
अक्टूबर से दिसंबर 2021 तक (तीसरी तिमाही, वित्तीय सत्र् 2021-22) | 7.6% |
जुलाई से सितंबर 2021 तक (दूसरी तिमाही, वित्तीय सत्र् 2021-22) | 7.6% |
अप्रैल से जून 2021 तक (पहली तिमाही, वित्तीय सत्र् 2021-22) | 7.6% |
जनवरी से मार्च 2021 तक (चौथी तिमाही, वित्तीय सत्र् 2020-21) | 7.6% |
अक्टूबर से दिसंबर 2020 तक (तीसरी तिमाही, वित्तीय सत्र् 2020-21) | 7.6% |
जुलाई से सितंबर 2020 तक (दूसरी तिमाही, वित्तीय सत्र् 2020-21) | 7.6% |
अप्रैल से जून 2020 तक (पहली तिमाही, वित्तीय सत्र् 2020-21) | 7.6% |
जनवरी से मार्च तक (चौथी तिमाही, वित्तीय सत्र् 2019-20) | 8.4% |
अक्टूबर से दिसंबर 2019 तक (तीसरी तिमाही, वित्तीय सत्र् 2019-20) | 8.4% |
जुलाई से सितंबर 2019 (दूसरी तिमाही, वित्तीय वर्ष 2019-20 | 8.4% |
अप्रैल से जून 2019 तक (पहली तिमाही, वित्तीय सत्र् 2019-20) | 8.5% |
जनवरी से मार्च 2019 तक (चौथी तिमाही, वित्तीय वर्ष 2018-19) | 8.5% |
अक्टूबर से दिसंबर 2018 तक (तीसरी तिमाही, वित्तीय सत्र् 2018-19) | 8.5% |
जुलाई से सितंबर 2018 तक (दूसरी तिमाही, वित्तीय वर्ष 2018-19) | 8.1% |
अप्रैल से जून 2018 तक (पहली तिमाही, वित्तीय वर्ष 2018-19) | 8.1% |
अक्टूबर से दिसंबर 2017 तक (तीसरी तिमाही, वित्तीय वर्ष 2017-18) | 8.3% |
जुलाई से सितंबर 2017 तक (दूसरी तिमाही, वित्तीय वर्ष 2017-18) | 8.3% |
अप्रैल से जून 2017 तक (पहली तिमाही, वित्तीय वर्ष 2017-18) | 8.4% |
सुकन्या समृद्धि योजना कैलकुलेटर
खाताधारक द्वारा मैच्योरिटी राशि सुकन्या समृद्धि केलकुलेटर के माध्यम से कैलकुलेट की जा सकती है। केलकुलेटर हर साल किए गए निवेश और आपके द्वारा उल्लेखित ब्याज दर जैसे विवरणों का उपयोग करके मैच्योरिटी राशि की जानकारी प्रदान करेगा। यदि आप अपने खाते की मैच्योरिटी राशि कैलकुलेट करना चाहते हैं तो सुकन्या समृद्धि कैलकुलेटर के माध्यम से आसानी से कैलकुलेट कर सकते हैं। इस समय किए गए निवेश पर 7.6% के हिसाब से ब्याज प्रदान किया जा रहा है।
एक्सेल फॉर्मेट में सुकन्या समृद्धि योजना कैल्कुलेटर डाउनलोड करने के लिए, यहां क्लिक करें
* यदि जानकारी ठीक से नहीं भरी गई है तो कैलकुलेटर गलत राशि दिखा सकता है
कैल्कुलेशन फॉर्मूला
चूँकि सुकन्या समृद्धि योजना एक लॉन्ग टर्म निवेश है, इसमें कुछ निश्चित लाभ हैं जो आवेदकों के लिए उपलब्ध हैं। संबंधित राशि का कैल्कुलेशन करने के लिए उपयोग किया जाने वाला फॉर्मूला निम्नलिखित है-
A=P(1+r/n)^n |
इस फ़ॉर्मूला में,
- A = चक्रवृद्धि ब्याज
- P = मूल निवेश राशि
- R = ब्याज दर
- N = एक वर्ष में ब्याज में चक्रवृद्धि होती है
- T = वर्षों की संख्या (अवधि)
SSY अकाउंट कैल्कुलेशन
उदाहरण के रूप में राशि की एक लिस्ट निम्नलिखित दी गई है जो आवेदक को 21 वर्ष की योजना के कार्यकाल पूरा होने के बाद प्राप्त होती है-
राशि (वार्षिक)(₹ में) | राशि(14 वर्ष)(₹ में) | मेच्योरिटी राशि (21 वर्ष)(₹ में) |
1000 | 14000 | 46,821 |
2000 | 28000 | 93,643 |
5000 | 70000 | 2,34,107 |
10000 | 140000 | 4,68,215 |
20000 | 280000 | 9,36,429 |
50000 | 700000 | 23,41,073 |
100000 | 1400000 | 46,82,146 |
125000 | 1750000 | 58,52,683 |
150000 | 2100000 | 70,23,219 |
₹ 1000 योगदान के साथ कैलकुलेशन (वार्षिक)
- श्चित ब्याज- 7.6%
- अवधि- 14 साल
- भुगतान वार्षिक रूप से
वर्ष | ओपनिंग बैलेंस (₹ में) | जमा राशि (₹ में) | ब्याज (₹ में) | क्लोज़िंग बैलेंस (₹ में) |
1 | 0 | 1000 | 84 | 1084 |
2 | 1084 | 1000 | 175 | 2259 |
3 | 2259 | 1000 | 274 | 3533 |
4 | 3533 | 1000 | 381 | 4914 |
5 | 4914 | 1000 | 497 | 6410 |
6 | 6410 | 1000 | 622 | 8033 |
7 | 8033 | 1000 | 759 | 9792 |
8 | 9792 | 1000 | 906 | 11698 |
9 | 11698 | 1000 | 1067 | 13765 |
10 | 13765 | 1000 | 1240 | 16005 |
11 | 16005 | 1000 | 1428 | 18433 |
12 | 18433 | 1000 | 1632 | 21066 |
13 | 21066 | 1000 | 1854 | 23919 |
14 | 23919 | 1000 | 2093 | 27012 |
15 | 27012 | 0 | 2269 | 29281 |
16 | 29281 | 0 | 2460 | 31741 |
17 | 31741 | 0 | 2666 | 34407 |
18 | 34407 | 0 | 2890 | 37298 |
19 | 37298 | 0 | 3133 | 40431 |
20 | 40431 | 0 | 3396 | 43827 |
21 | 43827 | 0 | 3681 | 47508 |
परिणाम:
- कुल जमा राशि– ₹.14,000
- मैच्योरिटी के बाद राशि– ₹.47,508
- प्राप्त ब्याज – ₹ 33,508
₹ 5000 योगदान के साथ कैलकुलेशन (वार्षिक)
- निश्चित ब्याज- 8.4%
- कार्यकाल- 14 साल
- भुगतान आवृत्ति- वार्षिक रूप से
वर्ष | ओपनिंग बैलेंस (₹ में) | जमा राशि (₹ में) | ब्याज (₹ में) | क्लोज़िंग बैलेंस (₹ में) |
1 | 0 | 5000 | 420 | 5420 |
2 | 5420 | 5000 | 875 | 11295 |
3 | 11295 | 5000 | 1369 | 17664 |
4 | 17664 | 5000 | 1904 | 24568 |
5 | 24568 | 5000 | 2484 | 32052 |
6 | 32052 | 5000 | 3112 | 40164 |
7 | 40164 | 5000 | 3794 | 48958 |
8 | 48958 | 5000 | 4532 | 58490 |
9 | 58490 | 5000 | 5333 | 68823 |
10 | 68823 | 5000 | 6201 | 80024 |
11 | 80024 | 5000 | 7142 | 92166 |
12 | 92166 | 5000 | 8162 | 105328 |
13 | 105328 | 5000 | 9268 | 119596 |
14 | 119596 | 5000 | 10466 | 135062 |
15 | 135062 | 0 | 11345 | 146407 |
16 | 146407 | 0 | 12298 | 158706 |
17 | 158706 | 0 | 13331 | 172037 |
18 | 172037 | 0 | 14451 | 186488 |
19 | 186488 | 0 | 15665 | 202153 |
20 | 202153 | 0 | 16981 | 219134 |
21 | 219134 | 0 | 18407 | 237541 |
परिणाम:
- कुल जमा राशि- 70,000 रु.
- मैच्योरिटी राशि के बाद राशि- 2,37,541 रु.
- प्राप्त ब्याज- 1,67,541 रु.
सुकन्या समृद्धि योजना खाता ट्रांसफर
SSY खाताधारकों को देश के किसी भी एक पोस्ट ऑफिस से दूसरे पोस्ट ऑफिस में या किसी एक बैंक से दूसरे बैंक में समृद्धि योजना 2023 के खाते को निशुल्क ट्रांसफर करने की सुविधा प्रदान की जाती है। यह सुविधा तब प्रदान की जाएगी जब खाताधारक अपने मूल जगह से कहीं ओर शिफ्ट हो जाता है। इस सुविधा को प्राप्त करने के लिए खाताधारक को शिफ्ट होने का सबूत दिखाना होगा। यदि वह शिफ्ट होने का सबूत नहीं दिखाता है तो उसे जहां उसका खाता खुला हुआ है वहां पर ₹100 शुल्क अदा करना होगा। देश के जिस बैंक या पोस्ट ऑफिस में कोर बैंकिंग सिस्टम की सुविधाएं उपलब्ध हैं वहाँ पर एसएसवाई खाता इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से ट्रांसफर किया जाता है।
लाभार्थी देश के कौन-कौन से बैंक में SSY अकाउंट खुलवा सकता है
हमारे देश में भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा अधिकृत 28 बैंकों है। लाभार्थी इन बैंकों में से अपने नजदीकी किसी भी बैंक शाखा में जाकर SSY अकाउंट खुलवा सकता है। यह 28 बैंक निम्नलिखित इस प्रकार है।
- बैंक ऑफ इंडिया
- भारतीय स्टेट बैंक
- पंजाब नेशनल बैंक
- बैंक ऑफ बड़ौदा
- ऐक्सिस बैंक
- आंध्रा बैंक
- बैंक ऑफ महाराष्ट्र
- इलाहाबाद बैंक
- पंजाब एंड सिंध बैंक
- ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स
- स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद
- यूनियन बैंक ऑफ इंडिया
- यूको बैंक
- यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया
- विजय बैंक
- बैंक ऑफ महाराष्ट्र
- केनरा बैंक
- देना बैंक
- स्टेट बैंक ऑफ पटियाला
- स्टेट बैंक ऑफ मैसूर
- आईडीबीआई बैंक
- आईसीआईसीआई बैंक
- स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर एंड जयपुर
- स्टेट बैंक ऑफ त्रावणकोर
समृद्धि योजना का एक परिवार की कितनी बालिकाओं को मिलेगा लाभ
केंद्र सरकार द्वारा Samriddhi Yojana के तहत एक परिवार की केवल दो बालिकाओं का ही निवेश खाता खोलने की अनुमति है। लेकिन कुछ विशेष मामलों में एक परिवार की दो से अधिक बालिकाओं का निवेश खाता खोला जा सकता है।
- अगर जुड़वा या तिड़वा बालिकाओं के जन्म से पहले एक बालिका का जन्म होता है या पहले एक साथ तीन बच्चे जन्म लेते हैं तो तीसरा खाता खोला जा सकता है।
- अगर जुड़वा या तिड़वा बालिकाओं के जन्म के बाद एक ओर बालिका का जन्म होता है तो बस जुड़वा या तिड़वा बालिका का ही निवेश खाता खोला जा सकता है ना कि उनके बाद जन्मी बालिका का।
Sukanya Samriddhi Yojana 2023 का उद्देश्य
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का इस योजना को शुरू करने का मुख्य उद्देश्य बालिकाओं को भविष्य में आने वाली आर्थिक समस्या से बचाना है। क्योंकि इस महंगाई के दौर में मिडिल क्लास परिवार से संबंध रखने वाले माता-पिता को अपनी बालिकाओं को उच्च शिक्षा प्राप्त करवाते समय और शादी करते समय बहुत अधिक आर्थिक समस्या से जूझना पड़ता है। इन्हीं बातों को ध्यान में रखते हुए प्रधानमंत्री जी ने Sukanya Samriddhi Yojana की शुरुआत की है।
इस योजना के तहत देशभर के कोई भी मिडिल क्लास परिवार से संबंध रखने वाले माता पिता या कानूनी अभिभावक आसानी से निवेश कर सकते हैं। क्योंकि इस योजना के तहत खोले गए खाते में न्यूनतम 250 रुपए तक निवेश किया जा सकता है। इस समय सुकन्या समृद्धि योजना 2023 देश में लड़कियों को एक आत्मनिर्भर जीवन जीने की हकदार बना रही है और साथ ही उन्हें उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए प्रेरित कर रही हैं।
सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) 2023 से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण जानकारी
- Samriddhi Yojana 2023 के तहत खोले गए खाते में प्रतिवर्ष 250 रुपए जमा करने अनिवार्य है। यदि किसी स्थिति में खाताधारक वर्ष में न्यूनतम 250 रुपए जमा नहीं करता है तो उसके खाते को डिफॉल्ट खाता कहा जाएगा। परंतु इस डिफॉल्ट खाते पर भी खाताधारक को परिपक्वता अवधि तक लागू ब्याज प्राप्त होता रहेगा।
- लाभार्थी कन्या 18 साल की आयु पूरी कर लेने के बाद अपना सुकन्या समृद्धि खाता खुद संचालित कर सकती है। इसके लिए उसे पोस्ट ऑफिस या बैंक जहां पर उसका SSY खाता खुला हुआ है वहां पर जाकर सभी आवश्यक दस्तावेजों को जमा करना होगा।
- 10वीं कक्षा पास कर लेने के बाद कन्या अपने खाते में से 50% राशि एकमुश्त या किस्तों में निकाल सकती है। यह राशि 1 साल में एक बार और अधिकतम 5 साल तक किस्तों में निकाली जा सकते हैं।
- SSY Account का मैच्योरिटी पीरियड 21 वर्ष है। परंतु कुछ परिस्थितियों में जैसे-18 वर्ष की आयु के बाद शादी होने पर, खाता धारक की मृत्यु हो जाने पर या आर्थिक रूप से खाता संचालित करने में परेशानी आने पर खाते को बंद किया जा सकता है।
- इस योजना के तहत खोले गए निवेश खाते को देशभर में एक बैंक से दूसरे बैंक या एक पोस्ट ऑफिस से दूसरे पोस्ट ऑफिस में ट्रांसफर करने की सुविधा भी प्रदान की जाती है।
Sukanya Samriddhi Yojana 2023 के लाभ
- मोदी सरकार द्वारा देश की 10 साल की आयु से कम की बालिकाओं के भविष्य को आर्थिक तंगी से बचाने के लिए इस योजना को संचालित किया गया है।
- यह योजना खाताधारक को निवेश राशि पर 7.6% की दर से ब्याज प्रदान करती है जो टैक्स फ्री होता है।
- केंद्र सरकार द्वारा संचालित की जाने वाली अन्य योजनाओं के तुलना में Sukanya Samriddhi Yojana 2023 निवेशकों को अधिक ब्याज दर पर गारंटी के साथ रिटर्न प्रदान करती है।
- निवेशक इस योजना के तहत अपनी वित्तीय स्थिति के अनुसार हर साल न्यूनतम ₹250 और अधिकतम 1.5 लाख रुपए तक निवेश कर सकता है।
- इस योजना के तहत आयकर अधिनियम की धारा 80C के तहत हर साल ₹500000 तक के कर में छूट प्रदान की जाती है।
सुकन्या समृद्धि स्कीम के तहत पात्रता
- बालिका के माता-पिता या कानूनी अभिभावक द्वारा ही बालिका का सुकन्या समृद्धि खाता खोला जा सकता है।
- माता-पिता या अभिभावक को भारत का स्थाई निवासी होना अनिवार्य है।
- 10 वर्ष की आयु से कम की बालिका का ही इस योजना के तहत निवेश खाता खोला जा सकता है।
- एक परिवार की केवल 2 लड़कियों का ही इस योजना के तहत निवेश खाता खोला जा सकता है। यदि किसी परिवार में एक लड़की के बाद जुड़वा लड़कियां जन्म लेती है तो इस दशा में जुड़वा लड़कियों का अलग-अलग निवेश खाता खोला जा सकता है।
आवश्यक दस्तावेज
- माता-पिता या कानूनी अभिभावक का आधार कार्ड, पैन कार्ड, पहचान पत्र (जिनके द्वारा खाता संचालित किया जाता है)
- बालिका का जन्म प्रमाण पत्र,
- निवास प्रमाण पत्र
- चिकित्सा प्रमाण पत्र
- बैंक या डाकघर द्वारा मांगे जाने वाले सभी आवश्यक दस्तावेज
सुकन्या समृद्धि योजना 2023 के तहत अकाउंट खोलने की प्रकिया
- सबसे पहले माता-पिता या कानूनी अभिभावक को सुकन्या समृद्धि योजना का आवेदन फॉर्म को पोस्ट ऑफिस या अपने नजदीकी बैंक से प्राप्त करना है।
- अब आपको इस आवेदन फॉर्म में पूछी गई सभी महत्वपूर्ण जानकारियों को ध्यानपूर्वक पढ़कर भरना है।
- इसके बाद मांगे गए सभी आवश्यक दस्तावेजों को फॉर्म से अटैच कर देना है।
- अब आपको यह फॉर्म उसी पोस्ट ऑफिस या बैंक में जमा करना है जहां से आपने इसे प्राप्त किया था।
- इस तरह से आप सुकन्या समृद्धि योजना 2023 के तहत अपना आवेदन कर सकते हैं।
अपने SSY खाते का बैलेंस चेक कैसे करें?
- सबसे पहले आपको अपने बैंक से लॉगिन क्रैडेंशियल्स प्रदान करने का निवेदन करना है।
- लॉगइन क्रैडेंशियल्स सभी बैंकों के द्वारा प्रदान नहीं किया जाता है। केवल कुछ विशेष बैंक ही यह सुविधा प्रदान करते हैं।
- अब लॉगइन क्रैडेंशियल्स प्राप्त करने के बाद आपको बैंक के इंटरनेट बैंकिंग पोर्टल पर लॉगइन करना है।
- इसके बाद आपके सामने होमपेज खुलकर आ जाएगा।
- अब आपको कन्फ़र्म बैलेंस के विकल्प पर क्लिक कर देना है।
- इसके बाद आपके सामने सुकन्या समृद्धि खाते की राशि खुलकर आ जाएगी।
- आप केवल इसी माध्यम से सुकन्या समृद्धि खाते का बैलेंस चेक कर सकते हैं।
सुकन्या समृद्धि योजना की कुछ नियम व शर्तें
निवेश की शर्तें एवं नियम
- खाता खुलवाने की आयु: सुकन्या समृद्धि खाता बालिका की 10 वर्ष की आयु होने से पहले अभिभावक द्वारा खोला जा सकता है।
- खाते की संख्या: एक लड़की के लिए केवल एक ही खाता इस योजना के अंतर्गत खोला जा सकता है। इस योजना के अंतर्गत एक बेटी के लिए माता द्वारा अलग तथा पिता द्वारा अलग खाता ही नहीं संचालित किया जा सकता।
- परिवार के खाताधारकों की संख्या: एक परिवार की केवल दो बेटियां ही इस योजना का लाभ उठा सकती हैं।
- जुड़वा बेटियों की स्थिति में एक परिवार की खाताधारक की संख्या: यदि जुड़वा या ट्रिपलेट बेटियों का जन्म होता है तो उस स्थिति में 2 से अधिक खाते भी खोले जा सकते हैं।
- खाते का संचालन: सुकन्या समृद्धि खाते को खाताधारक की 18 वर्ष की आयु होने तक खाता धारक के अभिभावक द्वारा संचालित किया जाता है।
अधिकतम एवं न्यूनतम राशि जमा करने के नियम व शर्तें
- न्यूनतम खाता खोलने के लिए राशि: इस योजना के अंतर्गत न्यूनतम 250 रुपए में खाता खोला जा सकता है।
- न्यूनतम प्रतिवर्ष निवेश: प्रत्येक वर्ष इस योजना के अंतर्गत लाभार्थी को 250 रुपए का निवेश करना होगा।
- डिफॉल्ट की स्थिति: यदि खाताधारक द्वारा प्रतिवर्ष न्यूनतम 250 रुपए का निवेश नहीं किया गया तो इस स्थिति में खाते को डिफॉल्ट कर दिया जाएगा। यदि खाता डिफॉल्ट हो गया है तो इस स्थिति में खाते में 250 रुपए की न्यूनतम राशि का भुगतान एवं ₹50 की पेनल्टी का भुगतान करके खाते को पुनर्जीवित किया जा सकता है।
- अधिकतम निवेश राशि: सुकन्या समृद्धि योजना के अंतर्गत अधिकतम ₹150000 तक की राशि का निवेश किया जा सकता है।
- खाता खोलने के महत्वपूर्ण दस्तावेज: इस योजना के अंतर्गत खाता खोलने के लिए अभिभावक को form-1, बेटी का जन्म प्रमाण पत्र तथा अभिभावक का पैन कार्ड और आधार नंबर जमा करना होगा।
- निवेश करने की अवधि: इस योजना के अंतर्गत खाता खोलने की तिथि से 15 साल तक निवेश किया जा सकता है।
परिपक्वता, कर लाभ एव ब्याज दरें से संबंधित नियम व शर्तें
- परिपावकता आयु: सुकन्या समृद्धि खाता खुलने से 21 साल बाद या फिर बालिका के विवाह के समय 18 वर्ष की आयु होने के बाद परिपक्व हो जाएगा।
- इंटरेस्ट रेट: सरकार द्वारा हर तिमाही आधार पर इंटरेस्ट रेट की अधिसूचना दी जाएगी। जनवरी 2021 से मार्च 2021 के लिए इस योजना के अंतर्गत इंटरेस्ट रेट 7.6% है।
- ब्याज राशि: इस योजना के अंतर्गत ब्याज राशि वित्तीय वर्ष के अंत में खाते में जमा किया जाएगा। सुकन्या समृद्धि खाते को पोस्ट ऑफिस या फिर बैंक में खुलवाया जा सकता है।
- कर लाभ: सेक्शन 80C के अंतर्गत इस योजना के अंतर्गत किया गया निवेश कर मुक्त है। इस योजना के अंतर्गत प्राप्त हुआ ब्याज तथा परिपक्वता राशि भी कर मुक्त है।
खाते की प्रीमेच्योर क्लोजर से संबंधित नियम व शर्ते
- प्रीमेच्योर क्लोजर: सुकन्या समृद्धि खाते को समय से पहले (खाता खोलने के 5 साल बाद) बंद कराया जा सकता है।
- खाता धारक की मृत्यु: यदि खाता धारक की मृत्यु हो जाती है तो इस स्थिति में यह खाता बंद करवाया जा सकता है।
- जानलेवा रोग की स्थिति: यदि खाताधारक को किसी प्रकार का जानलेवा रोग हो जाता है तो इस स्थिति में भी यह खाता बंद करवाया जा सकता है।
- अभिभावक की मृत्यु: खाताधारक के अभिभावक (जो खाते का संचालन करता है) की मृत्यु की स्थिति में भी यह खाता बंद करवाया जा सकता है।
सुकन्या समृद्धि खाते से पैसे निकालने के नियम व शर्तें
- निकासी करने की स्थिति: सुकन्या समृद्धि योजना खाते से पिछले वित्तीय वर्ष के अंत में उपलब्ध शेष राशि का अधिकतम 50% तक की निकासी की जा सकती है। यह निकासी बालिका की शिक्षा के लिए की जा सकती है।
- सुकन्या समृद्धि खाते निकासी करने के लिए आयु: यह निकासी बालिका की 18 वर्ष की आयु पूरी होने पर या फिर दसवीं कक्षा उत्तीर्ण करने के बाद (दोनों में से जो भी पहले हो) की जा सकती है।
- निकासी का प्रकार: खाते से निकासी एक साथ की जा सकती है या फिर किस्तों में भी की जा सकती है।
सुकन्या समृद्धि योजना के दिशा निर्देश
- सुकन्या समृद्धि योजना को देश की बालिकाओं के उज्जवल भविष्य सुनिश्चित करने के उद्देश्य से आरंभ किया गया था।
- इस योजना के अंतर्गत आयकर अधिनियम 80C के अंतर्गत डिडक्शन भी प्रदान की जाती है। इस योजना के अंतर्गत अकाउंट को बेटी के नाम पर खोला जाता है।
- यह अकाउंट बेटी की 10 वर्ष की आयु होने से पहले खोला जाता है।
- प्रत्येक परिवार में केवल दो अकाउंट खोले जा सकते हैं।
- जब तक बालिका 18 वर्ष की आयु नहीं प्राप्त कर लेती तब तक इस योजना के अंतर्गत खोला हुआ खाता बालिका के माता-पिता द्वारा संचालित किया जाता है।
- इस योजना के अंतर्गत अपना खाता खुलवाने के लिए बालिका के एवं उसके माता-पिता को कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज जैसे कि आधार नंबर, पैन नंबर आदि जमा करने होंगे।
- इस योजना के अंतर्गत खाता खुलवाने के लिए न्यूनतम 250 रुपए प्रतिवर्ष का निवेश करना होगा।
- यदि न्यूनतम निवेश नहीं किया जाएगा तो खाता डिफॉल्ट हो जाएगा।
- डिफॉल्ट खाते को 15 साल की अवधि के अंतर्गत दोबारा से खुलवाया जा सकता है।
- जिसके लिए डिफॉल्ट के प्रत्येक वर्ष के न्यूनतम 250 रुपए की राशि जमा करनी होगी।
- इस योजना के अंतर्गत अधिकतम राशि जमा करने की सीमा ₹150000 है।
- निवेश की राशि पर सरकार द्वारा 7.60% का इंटरेस्ट प्रदान किया जाता है।
- बालिका की शिक्षा के लिए अकाउंट को मैच्योरिटी से पहले 50% राशि निकाली जा सकती है एवं 50% राशि बालिका की 18 वर्ष की आयु पूर्ण होने के पश्चात निकाली जा सकती है।
- सुकन्या समृद्धि खाता, खाता खुलवाने की तिथि से 21 वर्ष की अवधि के बाद मैच्योर हो जाता है।
- बालिका का विवाह होने पर इस खाते को बंद करवाया जा सकता है।
प्रधानमंत्री सुकन्या समृद्धि योजना के कुछ नुकसान निम्नलिखित हैं:
- लॉक-इन पीरियड: यह योजना लॉक-इन पीरियड के दौरान पैसे का उपयोग नहीं करने की अनुमति देती है। इसका अर्थ है कि यदि आपके पास इस समय कोई अतिरिक्त धन नहीं है, तो आप अपने बच्चे के लिए एक अलग निवेश करने में समस्या का सामना कर सकते हैं।
- समय सीमा: सुकन्या समृद्धि योजना के लिए निवेश के लिए समय सीमा निर्धारित होती है। इसका अर्थ है कि यदि आप इस समय सीमा से पहले धन निकालना चाहते हैं, तो आपको पेनाल्टी अदा करनी पड़ सकती है।
- न्यूनतम निवेश राशि: सुकन्या समृद्धि योजना के लिए न्यूनतम निवेश राशि निर्धारित होती है। इसका अर्थ है कि यदि आप इस योजना में न्यूनतम राशि से कम निवेश करते हैं, तो आपको नियमित जमा राशि के साथ शुल्क अदा करना होगा।
- सीमित नकदी निकासी: सुकन्या समृद्धि योजना एक उच्च ब्याज दर और कर लाभ प्रदान करती है, लेकिन यह सीमित नकदी निकासी भी है। इस योजना के लॉक-इन अवधि 21 वर्ष है, और आंशिक निकासी केवल जब लड़की 18 वर्ष की हो जाए तब ही अनुमति दी जाती है। यह उन व्यक्तियों के लिए एक नुकसान हो सकता है जो अपने धन के तुरंत उपयोग की आवश्यकता होती है।
- सीमित योगदान: इस योजना का एक और नुकसान सीमित योगदान है। न्यूनतम योगदान राशि रुपये 250 है, जबकि अधिकतम राशि एक वित्तीय वर्ष में रुपये 1.5 लाख है। जो लोग रुपये 1.5 लाख से अधिक निवेश करना चाहते हैं, उन्हें इस योजना के तहत यह नहीं करने दिया जाता है।
निष्कर्ष
प्रधानमंत्री सुकन्या समृद्धि योजना 2023 एक सरकारी योजना है जो भारतीय महिलाओं के बेटियों के भविष्य के लिए उनकी शिक्षा और विवाह जैसे खर्चों के लिए धन जमा करने की सुविधा प्रदान करती है। यह योजना 2015 में शुरू की गई थी और 2019 में उसमें संशोधन किया गया था। अब यह 2023 तक चलेगी।
इस योजना में एक संरचित खाता खोला जाता है जिसमें आप अपनी बेटी के लिए नियमित अंतरालों में धन जमा कर सकते हैं। आप इस योजना में मिनिमम ₹250 से शुरू कर सकते हैं और इसका अधिकतम लिमिट राज्य सरकार द्वारा निर्धारित की जाती है।
योजना के लाभ:
- आयकर बचत उपलब्ध है।
- एक बेटी के लिए एक ही खाता खुला जा सकता है।
- बचत खाते के लिए ब्याज दर अधिक है जो प्रतिवर्ष निर्धारित किया जाता है।
- सभी वार्षिक भुगतानों पर आपको आयकर के अंतर्गत छूट मिलती है।
सुकन्या समृद्धि योजना टोल फ्री नंबर
18002666868 यदि आपको सुकन्या समृद्धि स्कीम से संबधित कोई भी अन्य जानकारी लेनी है, तो सरकार द्वारा इसके लिए टोल फ्री नंबर जारी किये गए है। आप अपना सवाल टोल फ्री नंबर 18002666868 पर पूछ सकते है।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
प्रश्न 1- सुकन्या समृद्धि योजना में 1000 जमा करने पर कितना मिलेगा ?
उत्तर – सुकन्या समृद्धि योजना में बिटिया के नाम मासिक 1000 रूपये जमा करने पर परिपक्वता राशि को ऊपर आर्टिकल में पूरा चार्ट दिया है। आप चार्ट को देखकर किसी भी उम्र व राशि के मेट्योरिटी राशि को जान सकते है।
प्रश्न 2- सुकन्या समृद्धि योजना खाता हम कितने पैसे से शुरू कर सकते है ?
उत्तर – यदि आप अपने बेटी का ssy scheem में खाता खोलने जाते है। तो आपके दिमाग में हमेशा हमे कितना पैसा जमा करना पड़ेगा। हमने इसकी जानकारी ऊपर आर्टिल्स में दी है। आप न्यूनतम 250 से लेकर 150000 रुपये तक सुकन्या योजना के तहत जमा कर सकते है।
प्रश्न – 3 क्या हम सुकन्या समृद्धि योजना Online खाता खोल सकते है ?
उतर – यदि आप सुकन्या समृद्धि में ऑनलाइन खाता खोलना चाहते है, तो यह सुविधा फ़िलहाल उपलब्ध नहीं है। आप अपने नजदीकी बैंक या पोस्ट ऑफिस जाकर इस स्कीम में अपने बेटी का खाता खुलवा सकते है।
प्रश्न 4 – सुकन्या समृद्धि योजना के नुकसान क्या है ?
उत्तर – सुकन्या समृद्धि योजना का खाता केवल 10 वर्ष तक की लड़कियों का खोला जा सकता है। यदि इसकी सीमा 15 वर्ष होती तो इस योजना में अधिक लड़कियां शामिल हो सकती थी।
क्या सुकन्या योजना पर ऋण लिया जा सकता है?
सुकन्या योजना पर ऋण का विकल्प (Loan Option) नहीं है। एक बार आपने जमा कर देने के बाद केवल 18 पर 50% निकला जा सकता है और बाकि 21 वर्ष के बाद ही निकाला जा सकता है।
सुकन्या योजना क्या है? इसके लिए कौन आवेदन कर सकता है?
सुकन्या योजना बालिकाओं के लिए केंद्र साकार द्वारा शुरू की गयी एक बचत योजना है। इसके लिए 0 से 10 वर्ष तक की लड़कियां आवेदन कर सकती है।
क्या हम सुकन्या योजना का फॉर्म ऑनलाइन डाउनलोड कर सकते है?
हाँ, आप इसे ऑनलाइन भी डाउनलोड कर सकते है, या आप यहां दी गयी लिंक से भी डाउनलोड कर सकते है।